षट्चत्वारिंशदधिकशततम (146) अध्याय: उद्योग पर्व (भगवद्-यान पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: षट्चत्वारिंशदधिकशततम अध्याय: श्लोक 18-27 का हिन्दी अनुवाद
इस प्रकार श्रीमहाभारत उद्योगपर्व के अन्तर्गत भगवद्यानपर्व में कुन्ती और कर्ण की भेंटविषेयक एक सौ छियालिसवां अध्याय पूरा हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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