एकाशीतितम (81) अध्याय: द्रोण पर्व ( प्रतिज्ञा पर्व )
महाभारत: द्रोण पर्व: एकाशीतितम अध्याय: श्लोक 1-15 का हिन्दी अनुवाद
अर्जुन को स्वप्न में ही पुनः पाशुपतास्त्र की प्राप्ति
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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महाभारत: द्रोण पर्व: एकाशीतितम अध्याय: श्लोक 1-15 का हिन्दी अनुवाद
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