पंचसप्तत्यधिकशततम (175) अध्याय: उद्योग पर्व (रथातिरथसंख्या पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: पंचसप्तत्यधिकशततम अध्याय: श्लोक 1-18 का हिन्दी अनुवाद
अम्बा का शाल्व के यहाँ जाना और उससे परित्यक्त होकर तापसों के आश्रम में आना, वहाँ शैखावत्य और अम्बा का संवाद
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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