अष्टचत्वारिंशदधिकशततम (148) अध्याय: उद्योग पर्व (भगवद्-यान पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: अष्टचत्वारिंशदधिकशततम अध्याय: श्लोक 1-20 का हिन्दी अनुवाद
द्रोणाचार्य, विदुर तथा गांधारी के युक्तियुक्त एवं महत्तवपूर्ण वचनों का भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा कथन
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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