षट्सप्तत्यधिकशततम (176) अध्याय: उद्योग पर्व (अम्बोपाख्यान पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: षट्सप्तत्यधिकशततम अध्याय: श्लोक 19-45 का हिन्दी अनुवाद
तापसों के आश्रम में राजर्षि होत्रवाहन और अकृतव्रण का आगमन तथा उनसे अम्बा की बातचीत
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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