त्र्योदशाधिकशततम (113) अध्याय: उद्योग पर्व (भगवादयान पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: त्र्योदशाधिकशततम अध्याय: श्लोक 1-16 का हिन्दी अनुवाद
ऋषभ पर्वत के शिखर पर महर्षि गालव और गरुड़ की तपस्विनी शाण्डिली से भेंट तथा गरुड़ और गालव का गुरुदक्षिणा चुकाने के विषय में परस्पर विचार
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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