अष्टात्रिंशदधिकशततम (138) अध्याय: उद्योग पर्व (भगवद्-यान पर्व)
महाभारत: उद्योग पर्व: अष्टात्रिंशदधिकशततम अध्याय: श्लोक 18-27 का हिन्दी अनुवाद
इस प्रकार श्रीमहाभारत उद्योगपर्व के अंतर्गत भगवादयानपर्व में भीष्म–द्रोण वाक्य विषयक एक सौ अड़त्तीसवाँ अध्याय पूरा हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अपशकुन
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