प्रचेता | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- प्रचेता (बहुविकल्पी) |
प्रचेता पृथु के परपोते तथा प्राचीनबर्हि प्रजापति तथा सामुद्री के दस पुत्रों का सामूहिक नाम है। इन्होंने दस हज़ार वर्षों तक समुद्र के भीतर कठिन तपस्या करके शिव से 'रुद्रगीत' की दीक्षा लेकर विष्णु से प्रजासृष्टि का वर पाया था। ये ही दक्ष प्रजापति (चाक्षुष मनवन्तर) के जनक थे।
- ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार ब्रह्मा जी के पुत्र का वर्णन किया जाता है, जो ब्रह्मा जी के चेतस (चित्त) से प्रकट हुए थे।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 328 |
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