अजीगर्त

अजीगर्त हिन्दू पौराणिक ग्रन्थों और महाभारत की मान्यताओं के अनुसार एक ऋषि थे, जिन्होंने अपने द्वितीय पुत्र शुन:शेप को यज्ञ में बलि के लिए डाला था।

  • महर्षि अजीगर्त ने वरुण के यज्ञ में बलि देने के लिये हरिश्चन्द्र के पुत्र रोहिताश्व के हाथ अपने पुत्र को बेच दिया था तब उसके मामा विश्वामित्र ने उसकी रक्षा की और शुन:शेप अपने पिता के विरुद्ध होकर उनके विपक्षी विश्वामित्र के ही गोत्र में हो गये।


टीका टिप्पणी और संदर्भ


महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 11 |


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः