वर (वरदान)

Disamb2.jpg वर एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- वर (बहुविकल्पी)

वर अर्थात "परमात्मा, देवता, ऋषि, योगी, गुरु आदि से माँगा गया या उसके द्वारा प्रसन्न होकर दिया गया आशीर्वाद।"


उदाहरण:- 'महाभारत' में उल्लेख मिलता है कि पांडवों के द्यूतक्रीड़ा में पराजित हो जाने और भरी सभा में द्रौपदी के अपमान के पश्चात धृतराष्ट्र ने द्रौपदी से तीन वर मांगने के लिए कहा। द्रौपदी ने पहले वर से युधिष्ठिर की दासभाव से मुक्ति मांगी ताकि भविष्य में उसका पुत्र प्रतिविंध्य दास पुत्र न कहलाए। दूसरे वर से भीम, अर्जुन, नकुल तथा सहदेव की, शस्त्रों तथा रथ सहित दासभाव से मुक्ति मांगी। तीसरा वर मांगने के लिए वह तैयार ही नहीं हुई, क्योंकि उसके अनुसार क्षत्रिय स्त्रियाँ दो वर मांगने की ही अधिकारिणी होती हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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