मणिमान | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मणिमान (बहुविकल्पी) |
मणिमान का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह कुबेर के मित्र थे।
- यह एक राक्षस था, जिसे भीमसेन ने गन्धमादन पर्वत पर घमासान युद्ध में मारा था।
- महाभारत आदि पर्व के उल्लेखानुसार द्रौपदी ने सौगन्धिक कमल लाने के लिये भीमसेन को गन्धमादन पर्वत पर भेजा। यात्रा करते समय महाबाहु भीमसेन ने मार्ग में कदली-वन में महावली पवन नन्दन श्री हनुमान जी का दर्शन किया। यही सौगन्धिक कमल के लिये भीमसेन ने सरोवर में घुसकर उसे मथ डाला। वहीं भीमसेन का राक्षसों एवं महाशक्तिशाली मणिमान आदि यक्षों के साथ घमासान युद्ध हुआ।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 82 |