अनाधृष्ट हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार वसुदेव के नौ भाइयों में से एक भाई का नाम था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 20 |