सगर

सगर अयोध्या के प्रसिद्ध सूर्यवंशी राजा थे। ये राजा बाहु की छोटी रानी के गर्भ से उत्पन्न हुए थे। इनके जन्म से पूर्व पिता की मृत्यु हो चुकी थी।

  • बाहु की बड़ी पत्नी ने गर्भवती छोटी रानी को विष दे दिया था, जिस कारण यह 'गर'[1] के साथ उत्पन्न हुए थे, जिससे इनका नाम 'सगर' पड़ा।
  • सगर का विवाह काश्यप की पुत्री सुमति तथा विदर्भराज की पुत्री केशिनी से हुआ था।
  • केशनी के गर्भ से इनका असमंजस नाम का एक पुत्र हुआ। उदण्ड स्वभाव के कारण राजा सगर ने असमंजस को राज्य से निकाल दिया।
  • सगर की दूसरी रानी काश्यप पुत्री सुमति के गर्भ से 60,000 पुत्र हुए, जो असमंजस के साथ सब-के-सब दुष्ट हो गये। इन 60,000 पुत्रों को कपिल मुनि ने जलाकर भस्म कर दिया था।
  • राजा सगर ने एक अश्वमेध यज्ञ भी किया था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 508 |

  1. विष

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