शिखण्डिनी हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार द्रुपद की पुत्री थी। कुछ समय बाद यह स्थूणाकर्ण नामक यक्ष के पुरुषत्व से अपने स्त्रीत्व को बदलकर पुरुष हो गई थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 106 |