प्रहस्त लंका के राजा रावण का मंत्री और वीर सेनापति था। युद्ध में अकम्पन की मृत्यु हो जाने के बाद रावण ने अपने वीर सेनापति प्रहस्त को युद्ध के लिए भेजा था।
- प्रहस्त ने राम की वानर सेना के साथ बड़ा ही भयंकर युद्ध किया। उसकी राक्षस सेना ने एक बार के लिए वानरों को भी भयभीत कर दिया। इस समय असंख्य वानर वीर वीरगति को प्राप्त हुए।
- वानर सेनापति नील और प्रहस्त का युद्ध भी बहुत भयंकर था।
- नील ने एक बड़ी सी शिला उठाकर प्रहस्त के सिर पर दे मारी, जिससे उसका सिर फट गया और वह मृत्यु को प्राप्त हुआ।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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