सर्वसारंग का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत आदि पर्व के अनुसार ये धृतराष्ट्र (नाग) के कुल में उत्पन्न एक नाग का नाम है, जो जनमेजय के सर्पसत्र में जल मरा था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 514 |
- ↑ महाभारत आदि पर्व 57.18