पिठर का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यह एक दैत्य था, जो वरुण की सभा में रहकर उनकी उपासना करता था।[1][2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत सभापर्व 9.27
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 305 |