हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार कुंभांड बाणासुर के एक मंत्री का नाम था, जिसकी पुत्री चित्रलेखा बाण की पुत्री 'ऊषा' की सहेली थी।
- कुंभांड की सहायता से ऊषा का विवाह अनिरुद्ध से हुआ था।[1]
- यह जरासंध के सहायतार्थ मथुरा गया था। वहाँ सात्यकि से परास्त होकर स्वदेश लौट आया था।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भागवत पुराण 10.62.14; विष्णु पुराण 5.32.17
- ↑ भागवत पुराण 10 [51 (5) 18], 28-30, 51-63, 65
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 114 |