अंगराज | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अंगराज (बहुविकल्पी) |
अंगराज राजा लोमपाद को कहा गया है जिसने अपने राज्य में अनावृष्टि को समाप्त करने हेतु विभांडक पुत्र ऋष्यश्रृंग को गाणिकाओं की सहायता से उपस्थित करवाया था और तब वर्षा हुई थी। लोमपाद ने ऋष्यश्रृंग को अपनी कन्या, शांता ब्याह दी थी। अंगराज महाराज दशरथ के मित्र थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 93 |
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