दार्शाहनगरी का उल्लेख महाभारत में हुआ है। महाभारत में द्वारका का एक नाम 'दार्शाहनगरी' भी कहा गया है- 'आपृच्छेत्वां गमिष्यामि दार्शाहनगरी प्रति'।[1]
- दार्शाह भगवान श्रीकृष्ण अथवा यादवों के कुल का अभिधान थी।
- प्राचीन समय में यादवों की नगरी के रूप में द्वारका विख्यात थी।