मारुतस्कन्ध का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह एक प्रकार का व्यूह था।
- महादेव जी ने कुमार महासेन से यह उत्तम बात कही- ‘बेटा! तुम सदा सावधानी के साथ मारुतस्कन्ध नामक देवताओं के सातवें व्यूह की रक्षा करना।' स्कन्द बोले- 'प्रभो! मैं सातवें व्यूह मारुतस्कन्ध की अवश्य रक्षा करुँगा।'
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 86 |