दिव्यकट नामक नगर का उल्लेख महाभारत, सभापर्व में हुआ है। महाभारत के अनुसार नकुल की दिग्विजय यात्रा के प्रसंग में इस नगर को नकुल द्वारा जीते जाने का उल्लेख है-
'कृत्स्नं पंचनदं चैव तथैवामरपर्वतम्, उत्तरं ज्योतिषं चैव तथा दिव्यकठंपुरम्'[1]
- उपर्युक्त प्रसंग से जान पड़ता है कि दिव्यकट की स्थिति कश्मीर या पंजाब के पहाड़ी प्रदेश में कहीं रही होगी।