श्रुतकीर्ति (धृष्टकेतु पत्नी)

Disamb2.jpg श्रुतकीर्ति एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- श्रुतकीर्ति (बहुविकल्पी)

श्रुतकीर्ति वसुदेव जी की बहिन थीं, जिनका विवाह कैकय वंश के नरेश धृष्टकेतु के साथ हुआ था।

  • यह पाँच भाईयों के पश्चात जन्मी थीं, इसीलिए माता-पिता तथा सब भाईयों की अतिशय स्नेहभाजना थीं।
  • श्रुतकीर्ति के पाँच पुत्र हुए, जिनमें ज्येष्ठ सन्तर्दन थे। इनकी कन्या का नाम 'भद्रा' था।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. श्री द्वारिकाधीश -सुदर्शन सिंह चक्र पृ. 52

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