नारायणीय महाभारत के शांतिपर्व का एक उपाख्यान है, जिसमें नारद और नारायण ऋषि की कथा वर्णित है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 271 |