इक्षुला नामक नदी का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यह संसार को पवित्र करने वाली एक नदी थी।
'वेदस्मृता वेदवतीं त्रिदिवामिक्षुलां कृमिम्,
करीषिणीं चित्रवाहां च चित्रसेनां च निम्नगाम्।'[1]
- महाभारत के इस उद्धरण में अन्य नदियों के साथ ही इक्षुला का भी उल्लेख है।
- यह इक्षु या इक्षुमती हो सकती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 20 |
- ↑ महाभारत भीष्म पर्व 9, 17
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