उपबर्हण

उपबर्हण देवर्षि नारद के पूर्वजन्म का नाम था। अपने पूर्वजन्म में उपबर्हण एक गंधर्व थे।[1] ‘उप’ शब्द अधिक अर्थ का बोधक है और पुल्लिंग ‘बर्हण’ शब्द पूज्य-अर्थ में प्रयुक्त होता है। यह बालक पूज्य पुरुषों में सबसे अधिक है; इसलिये इसका नाम ‘उपबर्हण’ होगा– ऐसा वसिष्ठ जी ने कहा। [2]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 62 |
  2. ब्रह्म वैवर्त पुराण

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