अन्धकासुर

अन्धकासुर अथवा 'अन्धक' हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार हिरण्याक्ष का पुत्र था। अन्धक ने तपस्या के द्वारा ब्रह्मा जी की कृपा से न मारे जाने का वर प्राप्त करके त्रिलोकी का उपभोग करते हुए इन्द्रलोक को जीतकर इन्द्र को पीड़ित करने लगा था।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अन्धकासुर (हिन्दी) Dadi Maa Ki Kahaniyan। अभिगमन तिथि: फरवरी-4, 2016।

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