नहुष हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य 'महाभारत' के उल्लेखानुसार प्रसिद्ध चंद्रवंशी राजा पुरुरवा का पौत्र था।
- महाभारत के अनुसार भगवान विष्णु के नाभिकमल से ब्रह्मा उत्पन्न हुए। ब्रह्मा जी से अत्रि, अत्रि से चन्द्रमा, चन्द्रमा से बुध और बुध से इलानन्दन पुरुरवा का जन्म हुआ। पुरुरवा से आयु, आयु से राजा नहुष और नहुष के छः पुत्र- यति, ययाति, संयाति, आयाति, अयाति और ध्रुव उत्पन्न हुए।
- वृत्तासुर का वध करने के कारण इन्द्र को ब्रह्महत्या का दोष लगा और वे इस महादोष के कारण स्वर्ग छोड़कर किसी अज्ञात स्थान में जा छुपे। इन्द्रासन ख़ाली न रहने पाये इसलिये देवताओं ने मिलकर पृथ्वी के धर्मात्मा राजा नहुष को इन्द्र के पद पर आसीन कर दिया। "नहुष अब समस्त देवता, ऋषि और गन्धर्वों से शक्ति प्राप्त कर स्वर्ग का भोग करने लगे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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