उज्जानक पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार एक प्राचीन तीर्थस्थान था।
- महाभारत वनपर्व के अन्तर्गत पांडवों की तीर्थयात्रा के प्रसंग में इस तीर्थ का काश्मीर मंडल में मानसरोवर के द्वार के पश्चात् वर्णन आता है।
- इसी के पास कुशवान सरोवर और वितस्ता (झेलम नदी) का उल्लेख है-
'एष उज्जानको नाम पावकिर्यत्र शान्तवान्'[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत वन पर्व 130, 17