वृकोदर महाकाव्य महाभारत में भीम को कहा गया है। पेट में वृक नाम की विकट अग्नि होने के कारण ही पांडव भीमसेन का एक नाम वृकोदर भी था।[1]
महाभारत के चरित्र
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 475 |
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