सव्यसाची

सव्यसाची महाभारत में पाण्डु तथा कुंती के पुत्र अर्जुन का ही एक अन्य नाम है। 'महाभारत' में अर्जुन के इस नाम की व्याख्या इस प्रकार है-

उभौ ये दक्षिणौ पाणी गांडीवस्य विकर्षणे। तेन देव मनुष्येषु सव्यसाचीति मां विदुः।।

अर्थात जो दोनों हाथों से धनुष का संधान कर सके, वह देव मनुष्य सव्यसाची कहा जाता है।

  • कई हिन्दू धार्मिक ग्रंथों तथा पुराणों आदि में अर्जुन के निम्न नाम भी मिलते हैं-
  1. कपिध्वज
  2. गुडाकेश
  3. पार्थ
  4. परन्तप
  5. कौन्तेय
  6. पुरुषर्षभ
  7. भारत
  8. किरीटी
  9. महाबाहो
  10. फाल्गुन
  11. धनञ्जय
  12. विजय
  13. श्वेतवाहन
  14. बीभत्सु
  15. जिष्णु
  16. कृष्ण (अर्जुन)


Seealso.jpg इन्हें भी देखें: अर्जुन के नाम, अर्जुन एवं पांडव


टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 124 |


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