सुषेण | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- सुषेण (बहुविकल्पी) |
सुषेण हिन्दू ग्रंथ रामायण के अनुसार एक वानर का नाम था, जो वरुण का पुत्र और बानरराज बालि का श्वसुर था।[1]
- यह तारा का पिता और सुग्रीव का वैद्य था। लक्ष्मण को शक्ति लगने के समय इसका उल्लेख मिलता है।
- सुषेण एक हज़ार करोड़ (दस अरब) वानर सेना लेकर श्रीरामचंद्र जी के निकट उपस्थित हुआ था।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 534 |
- ↑ वन. 283. 2; रामचरितमानस लंकाकाण्ड 53.4; 54.4; 55 आदि।
संबंधित लेख
|