वाई

वाई महाराष्ट्र में कृष्णा नदी के तट पर स्थित एक प्रसिद्ध प्राचीन तीर्थ है। बंगलौर-पूना रेलमार्ग पर वाठर स्टेशन से यह 20 मील की दूरी पर स्थित है।[1]

  • वाई का संबंध महाराष्ट्र के 17वीं शती के प्रसिद्ध संत समर्थ रामदास से बताया जाता है।
  • प्राचीन किंवदंती के अनुसार कृष्णा नदी के तट पर वाई के निकटवर्ती प्रदेश में पहले अनेक ऋषियों की तपस्थली थी।
  • कहा जाता है कि 'रामडीह' नामक स्थान पर वनवास काल में श्रीरामचंद्र ने कृष्णा नदी में स्नान किया था।
  • पांडव भी यहाँ अपने वनवास काल में कुछ समय के लिए रहे थे।
  • वाई का प्राचीन नाम 'वैराज' क्षेत्र था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 838 |

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