कृतक वसुदेव जी के पुत्र थे। इनका जन्म वसुदेव की कई पत्नियों में से एक मदिरा के गर्भ से हुआ था।[1][2][3]
- देवी मदिरा ने वसुदेव के दस पुत्रों को जन्म दिया था, जिनमें नंद, उपनंद, कृतक तथा शूर आदि पुत्र प्रमुख थे।[4]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भागवतपुराण 10.63.3
- ↑ भागवतपुराण 9.24.48; ब्रह्माण्डपुराण 3.71.172; विष्णुपुराण 4.15.23
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 125 |
- ↑ भगवान वासुदेव -सुदर्शन सिंह चक्र पृ. 244
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