भद्र वसुदेव का पुत्र था[1], जिसका देवकी के गर्भ से कंस के कारागार में जन्म हुआ था।[2]
- वसुदेव का यह पुत्र मथुरा के राजा कंस द्वारा शिला पर पटक कर मार दिया गया था।
- कंस के हाथों मृत्यु को प्राप्त होने वाले वसुदेव तथा देवकी के अन्य पाँच पुत्रों के नाम निम्न थे-
- कीर्तिमान
- भद्रसेन
- सुषेण
- ऋजु
- सम्मर्दन
- इन्हें भी देखें: उग्रसेन, वासुदेव, देवकी, बलराम, नंद एवं यशोदा
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भागवत पुराण 9.24.54
- ↑
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 336 |
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