वृहत्सेन | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- वृहत्सेन (बहुविकल्पी) |
वृहत्सेन मद्र देश के सुप्रसिद्ध भगवद्भक्त राजा थे। इनकी पुत्री लक्ष्मणा भगवान श्रीकृष्ण की आठ प्रमुख रानियों में से एक थी।
- राजा वृहत्सेन प्रसिद्ध भगवद्भक्त थे। वे ऐसे भगवद्भक्त थे कि उनके साथ भगवद् चर्चा का प्रलोभन देवर्षि नारद को बार-बार उनके यहाँ खींच लाता था।
- राजकुमारी लक्ष्मणा मद्र नरेश की एकमात्र पुत्री थी। वह इतनी सुन्दर, इतनी सुलक्षणा थी कि इन्द्र, अग्नि प्रभूति लोकपालों तक ने महाराज से उसके लिये याचना की थी, किन्तु महाराज को सभी प्रार्थी लोकपालों को निराश करना पड़ा, क्योंकि अपनी इकलौती पुत्री के मन के विपरीत वे उसका विवाह किसी से कैसे कर सकते थे।[1]