केशी एक यादव था, जो वसुदेव की कई पत्नियों में से एक कौशल्या के गर्भ से जन्मा था।[1][2]
- कहीं-कहीं इनका नाम 'केशिन' भी मिलता है। अत्यंत सुंदर केशों के कारण ही इनका यह नाम पड़ा था। ये अपने शौर्य के लिए प्रसिद्ध हुए थे।[3]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भागवतपुराण 9.24.48
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 131 |
- ↑ भगवान वासुदेव -सुदर्शन सिंह चक्र पृ. 244
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