औत्थानिककौतुक भागवतपुराण के उल्लेखानुसार एक उत्सव था। यह उत्सव बच्चों के सर्वप्रथम करवट लेने पर मनाया जाता है।[1] श्रीकृष्ण के प्रथम बार करवट लेने पर भी यह उत्सव मनाया गया था।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 73 |
- ↑ भागवतपुराण 10.7.4, 6-8