बकासुर | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- बकासुर (बहुविकल्पी) |
बकासुर हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार अंधक नामक दैत्य का पुत्र था, जो भगवान श्रीकृष्ण द्वारा मारा गया था।
- एक समय बालसखाओं के साथ बलराम और कृष्ण जलाशय के तट पर पहुँचे। तट पर पर्वतवत एक बड़ा बगुला बैठा था। वह कंस का मित्र था।
- उस विशालकाय बगुले ने कृष्ण को निगल लिया। उसके तालू में श्रीकृष्ण ने ऐसी जलन उत्पन्न की कि उसने तुरंत उन्हें उगल दिया।
- वह बगुला चोंच से कठिन प्रहार करना ही चाहता था कि कृष्ण ने चोंच पकड़कर उसे चीर डाला। उसका संसार से उद्धार हो गया।
- श्रीकृष्ण द्वारा निहत वह बगुला 'बक' नामक असुर था, जो कृष्ण-वध की इच्छा से वहाँ आया था।[1]
- इन्हें भी देखें: बकासुर का वध
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 345 |
- ↑ श्रीमद् भागवत, 10। 11। 45-59
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