चक्रवात भागवतपुराण के उल्लेखानुसार एक असुर था।
- यह श्रीकृष्ण के वध हेतु कंस द्वारा भेजा गया वात्यारूपधारी असुर तृणावर्त था। श्रीकृष्ण के हाथों इसका वध हुआ।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 167 |