स्यूमरश्मि

स्यूमरश्मि हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार एक योगी ऋषि, जो कपिल ऋषि का शिष्य था। गोरूप धारण करने वाले कपिल ऋषि से इसका प्रवृत्ति और निवृत्ति मार्ग के विषय में संवाद हुआ था।

  • शान्ति पर्व में ही कपिल-स्यूमरश्मि का संवाद प्राचीन इतिहास के रूप में भीष्म ने प्रस्तुत किया। इसमें कपिल को सत्त्वगुण में स्थित ज्ञानवान कहकर परिचित कराया गया। महाभारतकार ने कपिल का सांख्य-प्रवर्तक के रूप में उल्लेख किया, सांख्याचार्यों की सूची में भी एक ही कपिल का उल्लेख किया और स्यूमरश्मि-संवाद में उल्लिखित कपिल का सांख्य-प्रणेता कपिल से पार्थक्य दिखाने का कोई संकेत नहीं दिया, तब यह मानने में कोई अनौचित्य नहीं है कि यह कपिल सांख्य-प्रणेता कपिल ही हैं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ


महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 122 |

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