यदु | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- यदु (बहुविकल्पी) |
यदु राजा ययाति के दो पुत्रों में से ज्येष्ठ पुत्र का नाम था। इनकी माता का नाम देवयानी था। सर्वप्रथम इन्हीं से राजा ययाति ने अपनी जवानी देकर उनका बुढ़ापा लेने के किए कहा था। इनके अस्वीकार करने पर ययाति ने शाप द्वारा राज्य नष्ट कर दिया था, पर इंद्र ने फिर राज्य दिला दिया था। श्रीकृष्ण इन्हीं के वंश में हुए थे।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 435 |
- ↑ महाभा. आदि. 84.8; 196.32-33; विष्णु. 4.10.23.27