जरत्कारु (नाग कन्या)

Disamb2.jpg जरत्कारु एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जरत्कारु (बहुविकल्पी)

जरत्कारु हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार जरत्कारु ऋषि की पत्नी तथा वासुकि की बहन थी तथा सभी नाग इनका सम्मान करते हैं। महाभारत आदि पर्व के अनुसार वासुकि ने स्वंय अपनी बहन को जरत्कारु ऋषि की सेवा में समर्पित किया था।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 49 |

  1. महाभारत आदि पर्व अध्याय 14 श्लोक 1-7
  2. ब्रह्म वैवर्त पुराण पृ. 128

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