चंडभार्गाव का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के आदि पर्व[1] में हुआ है। यह जनमेजय के सर्प यज्ञ के यज्ञकर्त्ता एक ऋषि थे। ये च्यवन वंश में उत्पन्न हुए थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 163 |
- ↑ महाभारत आदि पर्व 53.4-5
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