सुवर्णष्ठीवी

सुवर्णष्ठीवी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत द्रोण पर्व के अनुसार यह राजा सृंजय के पुत्र का नाम है। इसका लुटेरों द्वारा हरण और वध किया गया था।[1]

  • नारदजी के वरदान से इसे पुन: जीवन प्राप्त हुआ था।[2]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 533 |

  1. महाभारत द्रोण पर्व 55.30-31
  2. महाभारत द्रोण पर्व 71.8-9

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः