दस्यु हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार आभीर तथा म्लेच्छ हैं, जो श्राद्ध के लिए वर्जित हैं।[1]
- दस्यु असुर, अनार्य तथा चोर हैं, जिसका वर्णन वेदों में मिलता है।
- महाभारत में अर्जुन द्वारा दस्युओं का नाश लिखा है।
- श्रीकृष्ण से दस्यु परास्त हुये थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ब्रह्माण्ड पुराण 3.14.43; विष्णु पुराण 5.38.13; 25.27.497