नैगमेय

Disamb2.jpg नैगमेय एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- नैगमेय (बहुविकल्पी)

नैगमेय का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत वन पर्व के अनुसार यह कुमार कार्तिकेय की एक मूर्ति थी।[1][2]

  • कार्तिकेय देवों के सेनापति हैं, शक्ति के अधिदेव हैं, प्रतिष्ठा, विजय, व्यवस्था, अनुशासन सभी कुछ इनकी कृपा से सम्पन्न होते हैं।
  • भगवान कार्तिकेय के अन्य नाम की सूची निम्न है-
नाम नाम
आग्‍नेय स्‍कन्‍द
दीप्तकीर्ति अनामय
मयूरकेतु धर्मात्‍मा
भूतेश महिषमर्दन
कामजित कामद
कान्‍त सत्यवाक
भुनेश्वर शिशु
शीघ्र शुचि
चण्‍ड दीप्‍तवर्ण
शुभानन अमोघ
अनघ रौद्र
प्रिय चन्‍द्रानन
दीप्‍तशक्ति प्रशान्‍तात्‍मा
भद्रकृत कूटमोहन
षष्‍ठीप्रिय ललित
पवित्र मातृवत्‍सल
कन्‍याभर्ता विभक्‍त
स्‍वाहेय रेवतीसुत
प्रभु नेता
विशाख नैगमेय
सुदुश्वर सुवत
कार्तिकेय आकाशचारी
ब्रह्मचारी शूर
शखणोद्भव विश्वामित्रप्रिय
देवसेनाप्रिय वासुदेवप्रिय
प्रिय प्रियकृत

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत वन पर्व अध्याय 232 श्लोक 1-21
  2. महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 66 |

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः