मणिकुट्टिका का उल्लेख हिन्दू पौरणिक महाकाव्य महाभारत शल्य पर्व[1] में हुआ है। महाभारत के अनुसार ये कार्त्तिकेय की अनुचरी एक मातृका का नाम था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 390 |
- ↑ महाभारत शल्य पर्व 46.20