देवशर्मा हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार शोणाश्व के रणवांकुरे पांच पुत्रों में से एक पुत्र था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 235 |
- ↑ मत्स्य पुराण 44.79