ओघवान राजा नृग के पितामह थे। उनके ओघवती नाम वाली एक कन्या और ओघरथ नाम वाला एक पुत्र था।
- ओघवती देवकन्या के समान ही बहुत सुन्दर थी।
- ओघवान ने अपनी इस पुत्री को विद्वान सुदर्शन को पत्नी बनाने के लिये दे दिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 28 |
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